देश की सियासत से जुड़ी एक बड़ी खबर सोमवार शाम को आई. इसमें चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी (AAP) को एक राष्ट्रीय पार्टी के रूप में मान्यता दी है. इसके अलावा तीन राजनीतिक दल तृणमूल कांग्रेस (TMC), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) से राष्ट्रीय पार्टी की मान्यता वापस ले ली है. इसके अलावा कई दलों से क्षेत्रीय पार्टी का दर्जा वापस ले लिया गया है. इसमें चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय लोकदल (RLD), आंध्र प्रदेश में भारत राष्ट्र समिति (BRS), मणिपुर में पीपुल्स डेमोक्रेटिक एलायंस, पुडुचेरी में पट्टाली मक्कल काची, पश्चिम बंगाल और मिजोरम में रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी और पीपुल्स कांफ्रेंस को मिला क्षेत्रीय पार्टी का दर्जा भी वापस ले लिया है. ये भी पढ़ें: TMC Party Status: चुनाव आयोग के फैसले को चुनौती देगी टीएमसी! राष्ट्रीय पार्टी का तमगा छिनते ही जताई नाराजगी क्यों छीना राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा? ऐसे में यह जानना बेहद दिलचस्प है कि, इन राजनीतिक पार्टियों का यह दर्जा क्यों छिना गया और इसके नियम क्या हैं? दरअसल टीएमसी, एनसीपी और सीपीआई अब राष्ट्रीय पार्टी के मानक को पूरा नहीं करते हैं. बता दें कि चुनाव आयोग के अनुसार, किसी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा पाने के लिए तीन शर्तों को पूरा करना आवश्यक है. क्या हैं तीन शर्तें? अगर किसी पार्टी को पिछले लोकसभा चुनाव में देश में चार से ज्यादा राज्यों में 6 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिलता है, तो उसे राष्ट्रीय पार्टी की मान्यता चुनाव आयोग देता है. वहीं इसके अलावा अगर कोई राजनीतिक पार्टी तीन राज्यों को मिलाकर लोकसभा की तीन प्रतिशत सीटें जीत लेती है तो इस लिहाज से भी राष्ट्रीय पार्टी की मान्यता दी जाती है. साथ ही अगर किसी पार्टी को चार राज्यों में क्षेत्रीय दल का भी दर्जा मिला हुआ है तो उसे राष्ट्रीय पार्टी की मान्यता मिल जाती है. ये भी पढ़ें: National Party Status: आम आदमी पार्टी बनी राष्ट्रीय दल, NCP-TMC और CPI से छिना दर्जा AAP को मिला राष्ट्रीय दल का दर्जा जानकारी के मुताबिक पहले सात राष्ट्रीय दल थे- टीएमसी, बहुजन समाज पार्टी, बीजेपी, भाकपा, भाकपा (मार्क्सवादी), कांग्रेस और राकांपा. अब, एनसीपी, तृणमूल और सीपीआई का दर्जी खत्म होने के बाद और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को लिस्ट में शामिल करने के साथ, देश में अब पांच राष्ट्रीय दल हैं. कब मिला था राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा? बता दें कि ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस को 2016 में राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिला था, लेकिन गोवा और कुछ पूर्वोत्तर राज्यों में इसके खराब प्रदर्शन के कारण यह वापस ले लिया गया है. वहीं एनसीपी का गठन 1999 में शरद पवार ने किया था और कई चुनावों में जीत की के बाद साल 2000 में उसे राष्ट्रीय पार्टी की मान्यता मिल गई थी. इसके अलावा में साल 1925 में स्थापित सीपीआई को 1989 में एक राष्ट्रीय पार्टी के रूप में मान्यता दी गई थी, लेकिन पश्चिम बंगाल और ओडिशा चुनावों में खराब प्रदर्शन के बाद टैग वापस ले लिया गया था. ये भी पढ़ें: Uttar Pradesh: RLD से छिना राज्य स्तर की पार्टी का दर्जा, निकाय चुनाव से पहले ही जयंत चौधरी को झटका
यह भी पढ़ें
[RECENT]_$type=list$author=hide$comment=hide
/fa-clock-o/ WEEK TRENDING$type=list
-
लालकिला (Lal qila) मैदान में दस दिवसीय भारत भाग्य विधाता (Bharat Bhagya Vidhata) महोत्सव का आयोजन आज से शुरू होगा. इसमें भारत की विविधता...
-
भोपाल । 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव मैदान में भाजपा ने 230 में 228 और कांग्रेस ने 229 प्रत्याशियों को उतार दिया है। भाजपा ने शनि...
-
टीकमगढ़। कांग्रेस हर वर्ग की पार्टी है संगठन की रीतिनीति के प्रति मतदाताओं का रूझान बढ़ रहा है इसी वजह से इस बार के विधानसभा चुनाव में हम सब क...
-
चुनाव में भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान… सिंधिया के समझाने पर भी नहीं माने कार्यकर्ता, कांग्रेस में बगावत रोकने दिग्गज संभालेंगे...
-
पूर्व विधायक केके श्रीवास्तव ने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष और जिलाध्यक्ष के नाम अपना इस्तीफा भेज दिया। टीकमगढ़। भाजपा ने शनिवार को जिले की टीकमग...