नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) की किताबों से देशभर के स्कूलों में बच्चे पढ़ाई करते हैं. हाल ही में खबर आई NCERT की 10वीं क्लास की साइंस की किताब से डार्विन की थ्योरी को हटा दिया गया है. किताब में हुए इस बदलाव के बाद बड़ी संख्या में टीचर्स और वैज्ञानिकों ने इसका विरोध किया. अब इस मामले में खुद शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार ने बयान दिया है. उन्होंने डार्विन की थ्योरी को हटाने की खबरों को भ्रामक प्रचार करार दिया है.
शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार का कहना है कि एनसीईआरटी की 10वीं क्लास की साइंस की किताब से डार्विन की थ्योरी को हटाने के बारे में भ्रामक प्रचार हो रहा है. यहां गौर करने वाली बात ये है कि शिक्षा मंत्री सुभाष सरकार का ये बयान तब आया है, जब 1800 से ज्यादा वैज्ञानिकों, साइंस टीचर्स और एजुकेटर्स ने एक चिट्ठी लिखी थी. इसमें एनसीईआरटी के 10वीं क्लास की किताब से Theory of Biological Evolution को हटाने को लेकर चिंता जाहिर की गई थी.
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शिक्षा मंत्री ने क्या कहा?
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सुभाष सरकार ने कहा कि डार्विन की थ्योरी को एनसीईआरटी के करिकुलम से हटाने का भ्रामक प्रचार हो रहा है. शिक्षा मंत्री ने बताया कि कोविड-19 की वजह से कोर्स में बदलाव किए गए हैं, ताकि स्टूडेंट्स के ऊपर से पढ़ाई का दबाव कम किया जा सके. अगर फिर भी कोई स्टूडेंट इसे पढ़ना चाहता है, तो ये सभी वेबसाइट्स पर अवेलेबल है.
शिक्षा मंत्री ने ये भी बताया कि 12वीं क्लास के सिलेबस में पहले से ही डार्विन की थ्योरी मौजूद है, तो इसलिए किसी भी तरह का झूठा प्रचार नहीं किया जाना चाहिए.
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दरअसल, पिछले साल एनसीईआरटी ने ऐलान किया था कि वह अपनी किताबों में बदलाव करने जा रहा है. इसने बताया था कि 10वीं क्लास की किताब के Heredity and Evolution चैप्टर को Heredity से बदल दिया जाएगा. Heredity and Evolution चैप्टर में ही डार्विन की थ्योरी है.