उम्र महज 27 साल…चेहरा देखकर कोई नहीं कह सकता कि उसके इरादे कितने खतरनाक हैं. मगर शाहरुख सैफी को लेकर जो खुलासे हो रहे हैं, उसे सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं. दिल्ली के शाहीन बाग में रहने वाला शाहरुख ‘आतंक’ फैलाने का सपना पाले हुए था. नफरत इस कदर भर गई थी कि 2600 किलोमीटर दूर जाकर साजिश को अंजाम देने की कोशिश की. दिमाग में इतनी खौफनाक साजिश कि दिल दहल जाए. जुर्म की दुनिया में शाहरुख यूं ही नहीं आया. या हम ये कहें कि अचानक एक दिन में कोई इतना खूंखार नहीं हो सकता कि वो चलती ट्रेन में किसी के ऊपर ईंधन डालकर आग लगा दे.
शाहरुख भी उन्हीं अपराधियों में से एक था जो एक दिन में खूंखार नहीं हुआ. वो पहले कुछ वीडियो देखता रहा. नफरत को इस तरह उसने दिल में पैदा किया. इसके बाद उसका मन लगने लगा. अब वो अधिकतर समय इन्हीं वीडियोज को देखने में लगाता रहा और फिर इस तरह ये खूंखार अपराधी बन गया. दिल्ली से केरल की दूरी 2600 किलोमीटर की है. इतनी दूर जाकर उसने इतना भयानक कांड किया. चार लोगों को जिंदा जलाया था. वो तारीख थी दो अप्रैल की. कोझिकोड जिले में कन्नूर की ओर ट्रेन जा रही थी. तभी शाहरुख ने ट्रेन में एक आदमी से मामूली बहस के बाद उसे जिंदा जला दिया. इस घटना में एक मासूम समेत तीन लोगों की मौत हो गई. तकरीबन आठ लोग घायल हुए थे.
शाहरुख मामले में 10 बड़ी बातें
- आरोपी शाहरुख दिल्ली के शाहीन बाग में रहता था. वो दिल्ली से केरल गया था. मगर उसके दिमाग में नफरत पूरी तरह से जवां हो गई थी. अब तो बस अंजाम देना था. दो अप्रैल को उसने इस घटना को अंजाम दिया. उसके खिलाफ आतंकवाद की गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है
- इसके खिलाफ जो सबसे बड़ा खुलासा हो वो ये है कि ये भगोड़े जाकिर नाइक के वीडियो देखता था. दिन-रात उसको सुनता रहता था. जाकिर नाइक खुद को तो स्कॉलर कहता है मगर उसके वीडियो जहर उगलने वाले हैं. भारत से वो फरार है. पुलिस ने एक दिन पहले खुलासा किया कि वो ट्रेन में आगजनी मामले में शाहरुख बेहद कट्टर था. वो जाकिर नाइक का फॉलोवर भी है.
- इस घटना से ट्रेन में आग भी लग सकती थी. जब उसने आगजनी की तो वहां से भागने के चक्कर में तीन यात्रियों की मौत हो गई थी. शाहरुख के खिलाफ आतंकवाद के आरोप लगाए गए हैं. पुलिस ने जब पूछताछ की तो पता चला की ये पूरी तरह से नफरत फैला रहा था. केरल आने के पीछे इसका मकसद सिर्फ और सिर्फ दहशत फैलाना और अपराध करना ही था.
- घटना के पीछे मकसद का खुलासा अभी भी नहीं हो पाया है. जांच अधिकारी लगातार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि इसने इतना बड़ा कांड क्यों किया. या फिर इसके इरादे क्या थे? क्या ये पहले से सुनियोजित था फिर अचानक बहस हुई और इसने उस शख्स को जला दिया?
- शाहरुख दो अप्रैल को दिल्ली से केरल के शोरानूर सिटी पहुंचा. वो ट्रेन से ही यहां तक आया था. इसके बाद पूरा दिन वहीं रेलवे परिसर पर ही बिता दिया. इसके बाद एक खाली बोतल वहीं से उठाई. उसमें ईंधन भरा. उसकी आग लगाने की पूरी योजना थी. पुलिस अधिकारियों ने इसकी पूरी कुंडली खंगाल ली है. शाहरुख का कोई लोकल गाइडर भी था. जो यहां पर उसको मदद दे रहा था.
- शाहरुख घटना के बाद मौके से फरार हो गया था. पांच अप्रैल को रत्नागिरी जिले से उसको अरेस्ट किया गया था. अब इन्वेस्टीगेशन ऑफिसर्स का कहना है कि हमारे सामने एक गुत्थी है. वो ये है कि आरोपी को लोकल कोई कनेक्शन है या फिर ये किसी चरमपंथी ग्रुप के कनेक्ट है.
- शाहरुख पर UAPA के तहत मामला दर्ज किया है. इसके लिए उसको सजा ए मौत या फिर उम्रकैद तो मिलना तय है. इसके अलावा आज उसकी पुलिस रिमांड खत्म हो रही है. पिछले हफ्ते पुलिस सैफी को कन्नूर ले गई थी. इसके पीछे मकसद था सबूत जुटाना. ट्रेन के दो डिब्बे रखे गए हैं.
- पुलिस ने पहले सैफी के खिलाफ मर्डर का केस दर्ज किया था. IPC की धारा 326A (एसिड आदि के उपयोग से लोगों को गंभीर चोट पहुंचाना), 436 (आग और विस्फोटक पदार्थ से हिंसा), 438 लगाई गई थी.
- भारतीय रेलवे अधिनियम की धारा 151 (रेलवे प्रॉपर्टी को नुकसाना पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है. पहले तो ये नहीं पता चला था कि पदार्थ कौन सा था जिससे आग लगी थी. बाद में पता चला कि वो पेट्रोल ही था.
- दो अप्रैल की इस घटना में एक आदमी की मौत हो गई थी. एक मासूम समेत तीन और लोगों की मौत ट्रेन से नीचे गिरकर हुई थी. वो इस घटना के बाद बाहर भाग रहे थे. बाकी आठ लोग घायल भी हुए थे. SIT इस मामले की जांच कर रही है. इस घटना के लिंक यूपी से भी मिले थे.