भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मंगलवार को पूर्वी नगालैंड के लिए एक विशेष पैकेज देने और राज्य में पार्टी के लगातार दूसरी बार सत्ता में लौटने पर क्षेत्र के समग्र विकास के लिए एक विकास बोर्ड गठित करने का वादा किया. बीजेपी और उसके सहयोगी दल एनडीपीपी 27 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव में गठबंधन कर चुनाव लड़ रहे हैं.
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा जारी पार्टी के घोषणापत्र में कौशल विकास के अलावा बुनियादी ढांचे, आर्थिक विकास और स्वास्थ्य सेवा और कृषि को बढ़ावा देने के लिए कई उपायों की भी घोषणा की गई है. घोषणापत्र में कहा गया है कि हम ट्रांस-नगालैंड राजमार्ग के निर्माण में तेजी लाने के लिए केंद्र सरकार के साथ काम करेंगे, ताकि विभिन्न जिलों में, खासकर पूर्वी नगालैंड से आसानी से पहुंचा जा सके.
चुनाव मैदान में कुल 183 उम्मीदवार
बता दें कि विधानसभा में नागालैंड की 59 सीटों के लिए चुनाव मैदान में कुल 183 उम्मीदवार हैं. इमें से चार महिला उम्मीदवार हैं. वहीं एक सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार कझेतो किनिमी ने जुनहेबोतो जिले की अकुलुतो विधानसभा सीट पर बिना चुनाव लड़े जीत हासिल की है. किनिमी के खिलाफ कोई अन्य उम्मीदवार नहीं होने से उनकी निर्विरोध जीत हुई है.
सीटों का गणित?
सत्तारूढ़ एनडीपीपी 40 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, भाजपा 20 सीटों पर, कांग्रेस 23 सीटों पर जबकि एनपीएफ 22 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. लोक जन शक्ति (लोजपा-रामविलास) 15 सीटों पर, एनपीपी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी 12-12 सीटों पर तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) नौ सीटों पर, जनता दल (यूनाइटेड) सात सीटों पर, राष्ट्रीय जनता दल तीन और भाकपा एवं राइजिंग पीपुल्स पार्टी एक-एक सीट पर चुनाव लड़ रही है.
2024 का सेमीफाइनल
चुनाव के लिहाज से ये साल काफी अहम है. 2023 में पूर्वोत्तर के तीन राज्यों के साथ कुल नौ प्रदेशों में चुनाव होने वाले हैं. अगले साल देश में आम चुनाव होने हैं उससे पहले इन चुनावों को सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है. नागालैंड, मेघालय और त्रिपुरा विधानसभा चुनावों के लिए आज तारीखों का ऐलान हो गया है. त्रिपुरा में 16 फरवरी को, जबकि मेघालय और नागालैंड में 27 फरवरी को वोट डाले जाएंगे होंगे. 2 मार्च को तीनों राज्यों में मतगणना होगी. नागालैंड में 16 जिले हैं और 60 विधानसभा क्षेत्र हैं. 13 लाख से ज्यादा वोटर हैं.
इनपुट-भाषा