यति एयरलाइंस के एक यात्री विमान के नेपाल में दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद उसमें सवार 72 लोगों में से कम से कम 71 लोगों की मौत हो गई थी. विमान में चालक दल के चार सदस्यों और पांच भारतीयों समेत 72 लोग सवार थे, इनमें से 71 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है और अन्य एक की तलाश जारी है. वहीं स्नैपडील के सह-संस्थापक कुणाल बहल ने विमान कंपनियों की लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ का बेहद चौंकाने वाकया याद करते हुए ट्वीट किया. उन्होंने बताया कि यह घटना तब की है जब वह प्लाइट से पोखरा (नेपाल) जा रहे थे.
विमान त्रासदी पर एक लेख साझा करते हुए स्नैपडील के सह-संस्थापक कुणाल बहल ने ट्वीट में लिखा, यह वास्तव में वास्तव में दुखद है. कुछ साल पहले पोखरा की अपनी उड़ान पर, जब मैंने एयर होस्टेस से कहा कि एक खिड़की के कोने की दरार से हवा अंदर आ रही है, तो वह एक टिशू पेपर लेकर आई और उसको ढक दिया. कुणाल बहल ने कहा कि उस दिन उनहोंने फिर कभी पोखरा नहीं जाने का फैसला किया.
विमान हादसे में 71 लोगों का शव बरामद
दरअसल नेपाल में यात्री विमान पोखरा एयरपोर्ट पर उतरते वक्त नदी घाटी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस हादसे में विमान में सवार सभी 72 लोगों में से 71 के शव बरामद हो चुके हैं. इसमें पांच भारतीय भी शामिल थे. कहा जा रहा है कि यात्रियों की जान विमान के खटारा सिस्टम की वजह से गई. फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट FlightRadar24 के मुताबिक यति एयरलाइंस का विमान 15 साल पुराना था. चौंकाने वाली बात यह है कि ये विमान अविश्वसनीय डेटा वाले पुराने ट्रांसपोंडर से लैस था. ये विमान हादसा पिछले 30 सालों में सबसे भीषण हादसे में से एक है.
सेफ फ्लाइट उड़ाने वाले अनुभवी पायलट्स की कमी
वहीं यति एयरलाइंस के पास दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में सेफ फ्लाइट उड़ाने वाले अनुभवी पायलट्स की भारी कमी है. इस वजह से भी नेपाल में विमान हादसे बढ़ रहे हैं. नेपाल एविएशन की रिपोर्ट में लिखा गया है कि नेपाल उड़ान के लिए बहुत खतरनाक देश है. नेपाल के पहाड़ पायलटों के सामने बड़ी चुनौती हैं. नेपाल का अचानक बदलते मौसम और दुर्गम स्थानों पर बनी हवाई पट्टियों के कारण विमान दुर्घटनाओं का बेहद खराब रिकॉर्ड रहा है.
पुराने विमानों में नहीं होते मॉडर्न वेदर रडार
नेपाल एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स के अशोक पोखरियाल का कहना है कि पुराने विमानों में मॉडर्न वेदर रडार नहीं होते, इस वजह से पायलट को रियल टाइम में मौसम की जानकारी नहीं मिल पाती, क्योंकि यह विमान भी काफी पुराना था, इसलिए इसमें भी कई दिक्कतें थीं. 15 साल पुराने विमान को खरीदने के बाद इसे लगातार उड़ाया जा रहा था. हालांकि एटीआर 72 को सुरक्षित विमान माना जाता है. नेपाल में दुर्घटनाग्रस्त हुआ यति एयरलाइंस का विमान, पहला एटीआर विमान है जो दुर्घटनाग्रस्त हुआ है.