ओडिशा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री नब किशोर दास एक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे. इसी दौरान रविवार को ASI ने करीब से उनके सीने में गोली मारी. अपोलो अस्पताल में उनको भर्ती कराया गया था, जहां देर शाम उनकी मौत हो गई. हॉस्पिटल ने एक बयान में कहा कि जख्मों का उपचार किया गया और हृदय गति में सुधार के लिए कदम उठाए गए. आईसीयू में उनको एडमिट किया गया था. तमाम प्रयासों के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका और उन्होंने दम तोड़ दिया.
हेल्थ मिनिस्टर की मौत पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित सभी ने दुख जताया.ओडिशा सरकार ने कहा कि एक सहायक पुलिस उपनिरीक्षक की गोलीबारी में जान गंवाने वाले स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री नब किशोर दास को राजकीय सम्मान दिया जाएगा. पूरे राज्य में 29 से 31 जनवरी तक कोई आधिकारिक मनोरंजन कार्यक्रम नहीं होगा.अपोलो अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि गोली नब किशोर दास के हृदय और फेफड़ों से पार निकल गई और दम तोड़ने से पहले वह कई घंटों तक मौत से संघर्ष करते रहे.
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1- स्वास्थ्य मंत्री दास के निधन पर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, प्रधानमंत्री मोदी समेत कई नेताओं ने दुख जताया है. राज्य सरकार ने कहा कि नब दास को राजकीय सम्मान दिया जाएगा. उनके निधन और अंतिम संस्कार के दिन राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा.
2- नब दास झारसुगुड़ा में एक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे. मंत्री जब रास्ते में अपनी गाड़ी से बाहर निकले तभी ASI ने अपनी रिवॉल्वर से उन पर फायरिंग कर दी. ये पूरी घटना झारसुगुड़ा जिले के बृजराजनगर के पास हुई.
3- गोली उनके फेफड़े को चीर कर गई थी. उनको आईसीयू में रखा गया. डॉक्टरों ने बताया कि हार्ट पंपिंग को बरकरार रखने के लिए इलाज किया जा रहा था लेकिन वो नाकामयाब रहे.
4- आरोपी पुलिसकर्मी ने चार से पांच राउंड गोलियां चलाईं. आरोपी ASI को स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया. बाद में पुलिस को सौंप दिया गया.
5- उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर 2009 में झारसुगुड़ा से अपना पहला राज्य चुनाव जीता और 2014 में झारसुगुड़ा से फिर से चुने गए. पांच साल बाद वह बीजेडी में शामिल हो गए थे.
6- वो गाड़ियों के शौकीन माने जाते थे. पटनायक के मंत्रिमंडल के सबसे अमीर सदस्यों में से एक माना जाता था और उनके पास 34 करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक थे.
7- ब्रह्मपुर स्थित एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में मनोचिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉ. चंद्रशेखर त्रिपाठी ने संवाददाताओं से कहा कि गोपालकृष्ण दास बाइपोलर डिसआर्डर से पीड़ित रहा है. त्रिपाठी ने कहा, दास सबसे पहले आठ से 10 साल पहले मेरे क्लिनिक आया था.
8- गोपालकृष्ण दास की पत्नी जयंती ने भी इस बात की पुष्टि की है कि उसका पति मनोविकार के कारण दवा लिया करता था. जयंती ने कहा, वह हमसे 400 किलोमीटर दूर रहता है, इसलिए मैं यह नहीं बता सकती कि वह नियमित रूप से दवा ले रहा था या नहीं.
9- नब दास को सीएम पटनायक का करीबी माना जाता था. कोरोना के दौरान जिस तरह से उन्होंने स्थिति को संभाला था वो काबिले तारीफ था. इस काम के लिए उनकी खूब सराहना हुई थी.
10- भोई ने कहा कि उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. उन्होंने कहा कि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि एएसआई ने मंत्री पर गोली क्यों चलाई. इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि ओडिशा पुलिस की अपराध शाखा ने स्वास्थ्य मंत्री की हत्या के मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है.