चीन, जापान और अमेरिका समेत कई देशों में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है. इसमें चीन की स्थिति काफी गंभीर है. भारत की SARS-CoV-2 वायरस की जांच में सामने आया कि चीन समेत कई देशों में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के लिए ओमिक्रॉन का सब-वेरिएंट BF-7 जिम्मेदार है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने भी अब तक इस वेरिएंट के चार मामले दर्ज किए हैं. इसमें तीन गुजरात और एक ओडिशा से हैं.
सरकारी सूत्रों ने कहा कि उपलब्ध टीकों के प्रभाव का आकलन करने के लिए नमूनों का अध्ययन किया जा रहा है. एक सूत्र ने कहा कि वैज्ञानिक इस बात का अध्ययन कर रहे हैं कि क्या वर्तमान में उपलब्ध टीके संक्रमण या नए उप-वैरिएंट के कारण होने वाली गंभीर बीमारी को रोकने में प्रभावी हैं. सूत्रों ने कहा कि गुजरात से तीन मामले सामने आए हैं और ओडिशा से ऐसे एक मामले की पुष्टि हुई है. उन्होंने कहा कि चारों मरीजों में हल्के लक्षण थे.
जुलाई में आया था पहला केस
पहला मामला जुलाई में रिपोर्ट किया गया था, जहां अहमदाबाद में एक 60 वर्षीय व्यक्ति को कोविड के लिए पॉजिटिव पाया गया था और उसके नमूने में सब-वैरिएंट BF.7 दिखाया गया था. राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि उन्हें खांसी और हल्का बुखार था. अहमदाबाद में दूसरा मामला सोला इलाके के 57 वर्षीय व्यक्ति का था.
हल्के बुखार के साथ सूखी खांसी
अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (एएमसी) के अधिकारियों ने कहा कि ठीक होने के बाद यह शख्स फिलहाल ऑस्ट्रेलिया में है. उन्होंने कहा कि मामले में करीबी संपर्कों ने कोई लक्षण विकसित नहीं किया है. उस व्यक्ति को हल्के बुखार के साथ सूखी खांसी भी थी. वडोदरा में, अमेरिका से शहर आई 61 वर्षीय महिला के नमूने से सब-वैरिएंट पाया गया. वह 11 सितंबर को शहर आई थी और 18 सितंबर को उसका टेस्ट पॉजिटिव आया था. चूंकि उसमें कोविड से जुड़े लक्षण दिखे थे, इसलिए उसे टेस्ट कराने की सलाह दी गई थी.
प्रभाव का आकलन करने में लगेगा समय
अधिकारियों ने कहा कि ओडिशा में, BF.7 सब-वैरिएंट एक 57 वर्षीय महिला में पाया गया, जिसने कोविड परीक्षण कराया क्योंकि उसे अमेरिका की यात्रा करनी थी. उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों ने कहा कि जबकि चीन, जापान और दक्षिण कोरिया सहित देशों में नए कोविड मामलों में स्पाइक के लिए सब-वैरिएंट जिम्मेदार है, भारत को इसके प्रभाव का आकलन करने में कुछ और समय लगेगा. आईसीएमआर के एक एमेरिटस वैज्ञानिक डॉ. एनके मेहरा ने कहा कि बीएफ-7 का प्रजनन 10 से अधिक है, जिसका अर्थ है कि वैरिएंट से संक्रमित एक व्यक्ति कम से कम 10 अन्य लोगों को संक्रमित कर सकता है.