आज का मौसम: दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और पश्चिमोत्तर राजस्थान से लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश तक कड़ाके ठंड और घने कोहरे की चपेट में आ चुका है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक कोहरे और ठंड से फिलहाल राहत की उम्मीद भी नहीं है. वहीं रात और सुबह के सुबह के दौरान पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में अधिकतर इलाके घने कोहरे की चादर में लिपटे नजर आए. इसकी वजह से विजिबिलिटी बेहद कम हो गई है.वहीं कड़ाके की ठंड और कोहरे के चलते जनपद गौतम बुद्ध नगर के पहली से 12वीं कक्षा तक के स्कूलों को नौ बजे से खोलने के आदेश दिए गए हैं.
जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने गौतमबुद्ध नगर जिले के सभी स्कूलों के लिए यह आदेश जारी किया है. उन्होंने सभी स्कूल संचालकों को इस आदेश का कड़ाई से पालन करने का निर्देश भी दिया है. कोहरे के चलते कई स्कूली बसों के हादसे का शिकार होने की घटनाएं बीते दिनों सामने आई है. इसे ध्यान में रखते हुए प्रदेश के कई जिलों में स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है.
घने कोहरे की वजह से हादसा
मौसम विभाग ने बताया कि अगले कुछ दिनों तक न्यूयनत तापमान पांच डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस बने रहने की संभावना है. वहीं बुधवार को घने कोहरे की वजह से यूपी के लखनऊ-गोरखपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक बस ट्रक से टकराकर पलट गई. उसके बाद एक-एक कर कई वाहन बस से टकराते गए. इस हादसे में कम से कम 11 लोग घायल हो गए हैं. हालांकि, कम तापमान, उच्च नमी और स्थिर हवाओं के बीच पंजाब, हरियाणा, उत्तर-पश्चिम राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड में आसमान में घने से बहुत घने कोहरे की परत बरकरार है.
धुंध की वजह से रेल यातायात बाधित
वहीं मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी सुबह के समय अत्यधिक धुंध की वजह से रेल और सड़क यातायात बाधित हुआ और कई ट्रेनें भी देर से चलीं. दरअसल राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार सुबह मध्यम स्तर का कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता घटकर 400 मीटर तक रह गई. रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि लगभग 18 रेलगाड़ियां डेढ़ से पांच घंटे की देरी से चल रही हैं. एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली हवाई अड्डे पर विमानों का परिचालन सामान्य है.
मंगलवार से ही यातायात प्रभावित
अधिकारी के मुताबिक, चंडीगढ़, वाराणसी और लखनऊ में खराब मौसम के कारण मंगलवार रात तीन उड़ानों को दिल्ली हवाई अड्डे पर लौटा दिया गया या उनका मार्ग बदल दिया गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि मंगलवार देर रात ढाई बजे पालम हवाई अड्डे पर दृश्यता का स्तर सबसे कम 400 मीटर दर्ज किया गया. वहीं, बुधवार सुबह साढ़े पांच बजे सफदरजंग हवाई अड्डे पर दृश्यता घटकर 500 मीटर रह गई. मंगलवार को इन दोनों जगहों पर दृश्यता घटकर 50 मीटर तक हो गई थी.
कश्मीर में चिल्ला-ए-कलां
इसके अलावा कश्मीर में सबसे ज्यादा ठंड का समय चिल्ला-ए-कलां शुरू हो गया है, जिसमें जलाशय और नदी-नाले तक जम जाते हैं. पहलगाम में रात का तापमान शून्य के नीचे 6.2 डिग्री सेल्सियस तक चला गया. अधिकारियों ने बताया कि कश्मीर में कई स्थानों पर पिछली रात इस सीजन की अब तक की सबसे सर्द रात रही तथा यहां डल झील समेत घाटी के जलाशयों तथा यहां तक की नलों का पानी भी जम गया. उनके अनुसार श्रीनगर में पिछली रात न्यूनतम तापमान शून्य के नीचे 4.2 डिग्री सेल्सियस रहा.
गुलमर्ग में पारा शून्य से 4.6 डिग्री नीचे
उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में स्कीइंग के लिए प्रसिद्ध पर्यटक स्थल गुलमर्ग में पारा शून्य से 4.6 डिग्री नीचे चला गया। कुपवाड़ा, काजीगुंड और कोकरनाग में न्यूनतम तापमान क्रमश: शून्य से 4.4 डिग्री, 4.2 डिग्री और 2.4 डिग्री सेल्सियस कम रहा. मौसम विज्ञान विभाग ने जम्मू कश्मीर में 24 दिसंबर तक मौसम शुष्क रहने का पूर्वानुमान लगाया है. उसके अनुसार क्रिसमस के आसपास कश्मीर के कुछ हिस्सों में हल्की वर्षा या हिमपात होने की संभावना है.
40 दिनों का एक दौर
चिल्लई-कलां 40 दिनों का एक दौर होता है जब कश्मीर घाटी शीतलहर की चपेट में आ जाती है और तापमान काफी घट जाता है. इस अवधि में हिमपात की प्रबल संभावना रहती है, खासकर ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बर्फबारी होती है. चिल्लई- कलां का समापन 30 जनवरी को होगा. उसके बाद भी कश्मीर घाटी में शीतलहर बनी रहती है और फिर 20 दिनों का चिल्लई-खुर्द और 10 दिनों का चिल्लई बच्चा का दौर रहता है.