विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार यानी 17 अक्टूबर को उस बात को याद किया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस और यूक्रेन के राष्ट्रपतियों से फोन पर बात करके भारतीय छात्रों की सुरक्षित निकासी के लिए आश्वासन मांगा था. दरअसल, इस साल की शुरुआत में दोनों देशों के बीच युद्ध शुरू होने के बाद हजारों भारतीय छात्र यूक्रेन में फंस गए थे. तब पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से फोन पर बात की थी और भारतीय छात्रों की संघर्ष क्षेत्र से निकासी सुनिश्चित की थी.
गुजरात के सूरत में एक कार्यक्रम में बोलते हुए जयशंकर ने बताया कि पीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन और जेलेंस्की को फोन किया और बताया कि यूक्रेन के सुमी और खारकीव में हमारे बच्चे फंस गए हैं . मैं चाहता हूं कि जब हम बच्चों को निकालें तो उस समय फायरिंग नहीं हो. इस पर उन्हें आश्वासन मिला कि जब भारतीय बच्चे वहां से निकल रहे होंगे तो उस अवधि के दौरान फायरिंग नहीं होगी और इस तरह हम अपने बच्चों को बाहर निकालने में सक्षम रहे.
#WATCH | “In Ukraine’s Sumy & Kharkiv, PM Modi made a call to Presidents Putin & Zelensky, told them our children are stuck… got the assurance that firing will not happen during that period & that is how we were able to get our children out,” EAM Dr S Jaishankar in Gujarat pic.twitter.com/GSe7zD3eZ9
— ANI (@ANI) October 17, 2022
भारत दुनियाभर में मजबूत व्यापारिक भावना पेश कर रहा: जयशंकर
फरवरी के आखिरी सप्ताह में यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद भारतीय छात्रों को निकालने के लिए भारत ने ‘ऑपरेशन गंगा’ की शुरुआत की थी. तब यूक्रेन के विभिन्न विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले लगभग 22,500 भारतीयों को सुरक्षित निकाला गया था. ‘मोदी@20’ कार्यक्रम में बोलते हुए जयशंकर ने कहा कि कोरोना वायरस, जलवायु परिवर्तन और रूस-यूक्रेन संघर्ष के कारण वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारत दुनियाभर में एक मजबूत व्यापारिक भावना पेश कर रहा है.
कल्याणकारी योजनाओं को आधार से जोड़ने के मोदी के प्रयासों की सराहना करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि आधार की शक्ति को केवल प्रधानमंत्री ने समझा. इसके परिणामस्वरूप, डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर संभव हो सका. कोविन पोर्टल, पीएम आवास योजना, पीएम गरीब कल्याण योजना इसके बिना कुछ भी संभव नहीं होता.
हमारे पड़ोसी हमारे साथ सहज: जयशंकर
जयशंकर ने यहां कहा कि हमें आज अपने पड़ोसियों के साथ काम करना है. हमारे पड़ोसी हमारे साथ सहज हैं, लेकिन हमें यह भी समझना चाहिए कि पड़ोसी यह देखना चाहेंगे कि उन्हें कहां से फायदा हो सकता है. पीएम मोदी ने 2014 में अपने शपथ ग्रहण समारोह में सभी पड़ोसी मुल्कों को न्योता दिया और एक अच्छी शुरुआत की. अफगानिस्तान में दुखद चीजें हो रही हैं. भारत तय नहीं कर सकता कि अफगानिस्तान में क्या हो रहा है, अफगानों को तय करना है कि अफगानिस्तान में क्या हो रहा है. भारत मुश्किल समय में अफगान लोगों की मदद कर सकता है.
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