आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की चौथी पुण्यतिथि है. इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सदैव अटल पहुंचे हुए हैं. गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी अटल जी को श्रद्धांजलि देने के लिए वहां मौजूद हैं. अटल जी की पुण्यतिथि पर बीजेपी ने ट्वीट कर लिखा कि भारतीय जनता पार्टी के पितृ पुरुष, करोड़ों कार्यकर्ताओं के पथ प्रदर्शक एवं हमारे प्रेरणा स्रोत, पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि.
Pushpanjali & Prayer meeting on punyatithi of Bharat Ratna & Former PM Shri Atal Bihari Vajpayee ji at Sadaiv Atal in New Delhi. https://t.co/XNlDUCAUrm
— BJP (@BJP4India) August 16, 2022
Delhi | Prime Minister Narendra Modi pays floral tribute to former Prime Minister #AtalBihariVajpayee on his death anniversary, at Sadaiv Atal. pic.twitter.com/QSxVZ14huV
— ANI (@ANI) August 16, 2022
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए लिखा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की पुण्यतिथि पर उन्हें मेरी श्रद्धांजलि. अमित शाह ने ट्विटर पर लिखा कि श्रद्धेय अटल जी ने माँ भारती के गौरव को पुनर्स्थापित करने के लिए अपने जीवन का प्रत्येक क्षण खपाया. उन्होंने भारतीय राजनीति में गरीब कल्याण व सुशासन के नए युग की शुरुआत की और साथ ही विश्व को भारत के साहस व शक्ति का भी अहसास कराया. आज उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें नमन.
शिवराज सिंह चौहान ने दी श्रद्धांजलि
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लिखा कि भारतीय राजनीति के अजातशत्रु, ओजस्वी और प्रखर वक्ता, पूर्व प्रधानमंत्री, श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की पुण्यतिथि पर उनके चरणों में कोटिश: नमन् करता हूं. भारत को परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र बनाने वाले भविष्यद्रष्टा के विचार राष्ट्र उत्थान के लिए हम सबको सतत प्रेरित करते रहेंगे. देश की नदियों को परस्पर जोड़कर नव भारत के निर्माण का सपना देखने वाले युगद्रष्टा श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की दिखाई राह पर चलकर मध्यप्रदेश ने अपनी जीवनदायिनी मां नर्मदा और क्षिप्रा नदी को जोड़कर विकास की नई गाथा लिखने का अप्रतिम कार्य किया. मैं अपने गांव जैत से भोपाल पढ़ने आया था और छात्र रहते पहली बार चारबत्ती चौराहे पर स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के विचारों को सुना. वो दिन था और आज का दिन है, वह अपनी वाणी, विचार, ज्ञान और कविताओं के माध्यम से मुझमें जीवित हैं। उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें शत-शत नमन करता हूं.
लंबे समय तक बीमार रहने के बाद 16 अगस्त 2018 को वाजपेयी ने दिल्ली में आखिरी सांस ली. वो 3 बार देश के प्रधानमंत्री रहे. 1996 में उनका पहला कार्यकाल 13 दिन का रहा, इसके बाद वो 1998 से 1999 तक 13 महीने तक पीएम रहे. बाद में वो 1999 से 2004 तक देश के प्रधानमंत्री रहे. वाजपेयी बीजेपी के सह-संस्थापक और वरिष्ठ नेता थे. वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य थे.
वह पहले भारतीय प्रधानमंत्री थे, जो कांग्रेस के नहीं थे और उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया था. वे एक प्रसिद्ध कवि और लेखक भी थे. वो 5 दशक तक संसद सदस्य रहे. 10 बार वो लोकसभा सांसद चुने गए और 2 बार राज्यसभा के लिए चुने गए. 2009 में स्वास्थ्य कारणों की वजह से वो सक्रिय राजनीति से दूर हो गए.
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