कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (BJP) युवा मोर्चा के नेता प्रवीण नेट्टारू की हत्या के मामले में एफआईआर में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने दावा किया है कि आरोपी व्यक्तियों ने इलाक के लोगों में आतंक फैलाने के इरादे से उसे मारने की साजिश रची थी. 32 साल के नेट्टारू को 26 जुलाई को दक्षिण कन्नड़ जिले के बेल्लारे में बाइक सवारों ने मौत के घाट उतार दिया था. वो जिला बीजेपी युवा मोर्चा कमेटी का सदस्य था. इस केस में अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस का कहना है कि तीन और मुख्य आरोपी अभी भी फरार हैं.
बाइक पर आए थे हमलावर
11 अगस्त को कर्नाटक पुलिस ने इस मामले में 3 और लोगों को गिरफ्तार किया था. उससे पहले 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. FIR में लिखा है कि 26 जुलाई को रात 8:30 बजे नेट्टारू ने चिकन शॉप बंद की. वो बाइक पर अपने घर जाने वाला था और शिकायतकर्ता (वर्कर) रेन कोट लेने के लिए दुकान में गया था. इसी दौरान उसने तेज आवाज सुनी और वो बाहर आया. उसने देखा कि नेट्टारू जमीन पर पड़ा हुआ है. उसने देखा कि 3 हमलावर बाइक पर भाग गए और उनके हाथों में हथियार थे. नेट्टारू के सिर पर चोट थी और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
27 जुलाई को इस मामले में बेल्लारे पुलिस ने FIR दर्ज की थी, लेकिन 29 जुलाई को कर्नाटक सरकार ने इस केस को एनआईए को सौंपने का फैसला किया. कर्नाटक पुलिस ने शुरू में इस मामले में मोहम्मद शारिक, जाकिर सावनूर, सद्दाम और हैरिस को गिरफ्तार किया था.
मसूद की हत्या का बदला लेना था मकसद
पुलिस की जांच में ये भी सामने आया है कि जिले में 19 साल के मुस्लिम युवक मसूद की हत्या का बदला लेने के लिए प्रवीण को मौत के घाट उतारा गया. मसूद की हत्या का बदला लेने के लिए 3 लोगों को निशाना बनाया गया था, जिसमें प्रवीण एक था. 20 जुलाई को मसूद की हत्या की गई थी. दक्षिण कन्नड़ पुलिस ने कहा था कि दो लोगों के बीच मामूली झगड़े में उसकी हत्या कर दी गई थी. इस मामले में 8 लोगों को गिरफ्तार किया हया था, जिनकी पहचान सुनील, सुधीर, शिवा, सदाशिव, रंजीत, अभिलाष, जिम रंजीत और भास्कर के रूप में हुई.
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