Karnataka PSI Recruitment Scam: कर्नाटक पुलिस उपनिरीक्षक (PSI) भर्ती घोटाले मामले में सीआईडी ने सोमवार को अतिरिक्त महानिदेशक (ADGP) अमृत पॉल को गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि इस साल अप्रैल में जब घोटाला सामने आया था तब गिरफ्तार अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अमृत पॉल भर्ती प्रकोष्ठ के प्रमुख थे. सूत्रों के मुताबिक, भर्ती विभाग में ही फर्जी अभ्यर्थियों की अंक सूची से कथित तौर पर छेड़छाड़ की गई थी. सूत्रों ने दावा किया कि पॉल कथित तौर पर घटनाओं के बारे में जानते थे. सूत्रों ने कहा कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक को पुलिस ने कम से कम चार बार पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा ‘गिरफ्तारी के बाद उन्हें स्वास्थ्य जांच के लिए बॉरिंग एंड लेडी कर्जन अस्पताल (एबी वाजपेयी एमसी एंड आरआई) ले जाया गया.’
वहीं, एडीजीपी अमृत पॉल की गिरफ्तारी पर कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई ने कहा कि हमारी सरकार ने पूरे मामले का पर्दाफाश किया. सीआईडी को मामले की जांच के लिए पूरी छूट दी गई और किसी को भी नहीं बख्शा गया. एडीजीपी जो भर्ती का नेतृत्व कर रहे थे, उनके खिलाफ सबूत मिलने के बाद गिरफ्तार किया गया.
जे मंजूनाथ को भी ACB ने किया गिरफ्तार
सीएम बोम्मई ने कहा कि इसी तरह एक अन्य मामले में एक आईएएस अधिकारी जे मंजूनाथ को गिरफ्तार किया गया है. हम यहां किसी की रक्षा करने के लिए नहीं हैं. अगर किसी ने गलत किया है तो कार्रवाई की जाएगी. अगर कांग्रेस सरकार होती तो वे पूरे मामले को कवर कर लेते. बता दें कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी जे मंजूनाथ को सोमवार को ACB ने भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया. उन पर बेंगलुरु शहरी जिले में उपायुक्त रहने के दौरान भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे. कर्नाटक सरकार ने गिरफ्तारी के बाद इन दोनों अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है.
कर्नाटक सरकार ने पॉल और मंजूनाथ दोनों को किया सस्पेंड
Karnataka Govt on Monday,July 4 suspended IPS officer Amrit Paul after he was arrested by CID for his alleged role in the PSI recruitment scam case
Karnataka Govt also suspended IAS officer J Manjunath, former DC of Bengaluru Urban, after he was arrested by ACB in a bribery case pic.twitter.com/7m9A89Fhke
— ANI (@ANI) July 4, 2022
सीएम बोम्मई ने कही ये बात
Similarly, in another case, an IAS officer (J Manjunath) has been arrested. We're not here to protect anyone. If someone has done wrong then action will be taken…If Congress govt would have been there then they would have covered up the whole case: Karnataka CM B Bommai (04.07) pic.twitter.com/fHYYXCfIm8
— ANI (@ANI) July 4, 2022
गौरतलब है कि 545 पदों को भरने के लिए पुलिस-उप-निरीक्षक भर्ती अभियान अक्टूबर 2021 में शुरू हुआ था. घोटाला सामने आने के बाद सरकार ने पुलिस-उप-निरीक्षक भर्ती परीक्षा को रद्द करते हुए नए सिरे से परीक्षा कराने का आदेश दिया था. इस कदम से नाराज़ कुछ उम्मीदवारों ने परीक्षा रद्द करने के आदेश को रद्द करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था. हालांकि, सरकार अडिग रही और कहा कि वह बाद में नए सिरे से परीक्षा आयोजित कराएगी जबकि विपक्ष ने सरकार में हाई-प्रोफाइल लोगों की संलिप्तता का आरोप लगाया. इस पर गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा था कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी.
बता दें कि यह घोटाला सबसे पहले कालबुरागी जिले में सामने आया, जब एक उम्मीदवार की ओएमआर शीट सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई, जिसमें दिखाया गया था कि 100 में से केवल 21 प्रश्नों का उत्तर देने के बावजूद उसने परीक्षा पास की थी. इससे परीक्षा आयोजित करने के तरीके के खिलाफ लोगों में आक्रोश फैल गया. पुलिस ने मामले की जांच की और उम्मीदवार और इसे सोशल मीडिया पर डालने वाले व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया.
(भाषा से इनपुट के साथ)