तटीय महाराष्ट्र और पूरे पश्चिमी तट पर दक्षिण-पश्चिम मॉनसून (IMD Rain Prediction) की स्थिति बने रहने की संभावना है. जिसके चलते अगले पांच दिनों के दौरान भारी बारिश हो सकती है. ये चेतावनी भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने दी है. आने वाले कुछ दिनों तक राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश में भी बादल बरस सकते हैं. पहली बार इस मौसम में महाराष्ट्र को ‘सामान्य’ श्रेणी में रखा गया है. 1 जून के बाद से राज्य में 227.9 मिलीमीटर बारिश हुई है. जो 5 जुलाई तक राज्य में होने वाली सामान्य बारिश से 12 फीसदी तक कम है. लेकिन आईएमडी इस कमी को सामान्य वर्षा की श्रेणी में मानता है.
सेंट्रल मध्य प्रदेश के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है. गुजरात और महाराष्ट्र के बीच एक अपतटीय ट्रफ रेखा चलती है, और मॉनसून ट्रफ वर्तमान में अपनी सामान्य स्थिति से नीचे चल रहा है और अरब सागर से महाराष्ट्र की ओर तेज हवाएं चल रही हैं. आईएमडी द्वारा जारी ताजा जानकारी के अनुसार, कोंकण और मध्य महाराष्ट्र 8 जुलाई तक ‘रेड’ अलर्ट पर हैं. आईएमडी ने कोंकण और मध्य महाराष्ट्र को शुक्रवार तक रेड अलर्ट पर रखा है. जबकि शनिवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है. गोवा, तटीय कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड को बुधवार के लिए ऑरेंज अलर्ट पर रखा गया है.
9 जुलाई के लिए भी चेतावनी जारी
9 जुलाई को मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, ओडिशा, राजस्थान, गुजरात और कोंकण के लिए चेतावनी जारी की गई है. वहीं मौसम विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले कुछ दिनों में हुई अच्छी बारिश की वजह से देश में इसकी कुल कमी पिछले शुक्रवार के आठ प्रतिशत के आंकड़े से घटकर दो प्रतिशत होने में मदद मिली है. दैनिक वर्षा पर आईएमडी के आंकड़ों से पता चलता है कि बारिश संबंधी कमी उत्तर प्रदेश (-48 फीसदी), झारखंड (-42 फीसदी), केरल (-38 फीसदी), ओडिशा (-26 फीसदी), मिजोरम (-25 फीसदी), मणिपुर (-24 फीसदी) और गुजरात (-22 प्रतिशत) में बनी हुई है.
मौसम कार्यालय ने मंगलवार को कहा था कि मध्य भारत और पश्चिमी तट पर अगले पांच दिन सक्रिय मानसून की स्थिति रहेगी, जबकि देश के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में बुधवार से मौसमी बारिश होने की संभावना है. मौसम कार्यालय के आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले कुछ दिनों में हुई अच्छी बारिश की वजह से देश में इसकी कुल कमी पिछले शुक्रवार के आठ प्रतिशत के आंकड़े से घटकर दो प्रतिशत होने में मदद मिली है.