ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (Drugs Controller General of India) ने मंगलवार को सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer)के खिलाफ भारत के पहले क्वाड्रिवेलेंट ह्यूमन पैपिलोमावायरस वैक्सीन (क्यूएचपीवी) को मंजूरी दे दी है. इसके बाद कोरोना की वैक्सीन बनाने वाले सीरम इंस्टीट्यूट ने भारत की पहली सर्वाइकल कैंसर रोधी वैक्सीन बनाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं. क्यूएचपीवी वैक्सीन का निर्माण पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) द्वारा किया जाएगा. डीसीजीआई की तरफ से मंजूरी दिए जाने के बाद ट्विटर पर सीरम इंस्टीट्यूट के मुख्य कार्यकारी कार्यालय अदार पूनावाला ने DCGI को अनुमोदन के लिए धन्यवाद दिया है.
भारत में 15 से 44 वर्ष की आयु के बीच महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर दूसरा सबसे अधिक बार होने वाला कैंसर है.
इस साल के अंत से पहले वैक्सीन के बाजार में आने की संभावना
सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ भारत की पहली वैक्सीन को साल के अंत से पहले बाजार में लॉन्च किए जाने की संभावना है. इस संबध में जानकारी भी सीरम इंस्टीट्यूट के प्रमुख अदार पूनावाला ने दी है. उन्होंने कहा कि पहली बार महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर के इलाज के लिए एक भारतीय एचपीवी वैक्सीन होगी. उन्होंने कहा कि भारतीय वैक्सीन सस्ती और सुलभ होगी. हम इसे इस साल के अंत में लॉन्च करने के लिए उत्सुक हैं. इसके आगे मंजूरी के लिए पूनावाला ने स्वास्थ्य मंत्रालय और डीसीजीआई को धन्यवाद दिया है.
वहीं समाचार एजेंसी एएनआई ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि डीसीजीआई के अलावा टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) ने भी वैक्सीन पर नैदानिक परीक्षण के आंकड़ों की समीक्षा के बाद क्यूएचपीवी वैक्सीन को मंजूरी दी है.
For the first time there will be an Indian HPV vaccine to treat cervical cancer in women that is both affordable and accessible. We look forward to launching it later this year and we thank the #DCGI @MoHFW_INDIA for granting approval today.
— Adar Poonawalla (@adarpoonawalla) July 12, 2022
असल में 15 जून को DCGI की विषय विशेषज्ञ समिति ने नौ वर्ष से 26 वर्ष की आयु के सर्वाइकल कैंसर के रोगियों के लिए qHPV वैक्सीन की सिफारिश की थी. वहीं सीरम इंस्टीट्यूट नेजैव प्रौद्योगिकी विभाग के समर्थन से दूसरे और तीसरे चरण नैदानिक परीक्षण पूरा होने के बाद क्यूएचपीवी के बाजार में उतारने के लिए डीसीजीआई के समक्ष आवेदन किया था.
2019 में सर्वाइकल कैंसर से भारत में 45 हजार मौतें
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, 2019 में भारत में 45 हजार से ज्यादा महिलाओं की मौत सर्वाइकल कैंसर से हुई थी. हालांकि समय पर लक्षणों की पहचान और इलाज़ से इसका आसानी से इलाज़ किया जा सकता है. डॉक्टरों के मुताबिक, यह कैंसर ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एचपीवी) वायरस के कारण होता है. जिन महिलाओं की इम्यूनिटी कमजोर होती है या जो महिलाएं एचआईवी से पीड़ित होती हैं, उन्हें इस कैंसर के होने का खतरा ज्यादा रहता है.