केरल के कई हिस्सों में लगातार भारी बारिश (Heavy Rain) होने के कारण मुल्लापेरियार और इडुक्की समेत कई बांधों में जलस्तर तेजी से बढ़ रहे हैं और कुछ बांध आज खतरे के निशान तक पहुंच गए हैं. केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (KSDMA) द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, केरल राज्य विद्युत बोर्ड (केएसईबी) के नियंत्रण में आने वाले छह बांधों में जलस्तर रेड अलर्ट और एक बांध में ऑरेंज अलर्ट के स्तर पर है. इनमें से चार इडुक्की में हैं. जिन बांधों में सुबह 11 बजे तक जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया, उनमें इडुक्की में पोनमुडी, कलारकुट्टी, इरात्तयार और लोअर पेरियार, कोझीकोड में कुट्टीयाडी और पथनमथित्ता जिले में मूझियार शामिल हैं.
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मौसम रिपोर्ट और केएसडीएमए के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि पलक्कड़ में मीनकारा सिंचाई बांध में भी ऑरेंज अलर्ट की घोषणा की गई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके अलावा तिरुवनंतपुरम और पलक्कड़ में क्रमशः नेय्यर और मंगलम सिंचाई बांधों में ब्लू अलर्ट की घोषणा की गई है.
इससे पहले, इडुक्की जिले में नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने बताया कि मुल्लापेरियार बांध में पिछले कुछ घंटों से इलाके में कम बारिश होने के कारण दोपहर 12 बजे तक जल स्तर 135.7 फुट पर बना हुआ है और कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है. मुख्यमंत्री विजयन ने शनिवार को मौसम पूर्वानुमानों के हवाले से कहा था कि अगले पांच दिनों तक भारी बारिश होगी और उन्होंने पर्वतीय क्षेत्रों में रह रहे लोगों को सतर्क रहने के लिए आगाह किया था.
उत्तराखंड में बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी
इसके अलावा मौसम विभाग ने उत्तराखंड में 19 और 20 जुलाई को मूसलाधार बारिश के अनुमान को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है जिसके मद्देनजर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी जिलाधिकारियों से सतर्क और सचेत रहने को कहा है. मौसम विभाग ने प्रदेश के 13 में से सात जिलों में 19 और 20 जुलाई को अत्यंत भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है.
मौसम विज्ञानियों का मानना है कि अगले चार दिन उत्तराखंड के लिए भारी हो सकते हैं. उत्तराखंड के देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत, उधमसिंह नगर और हरिद्वार जिलों के कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी तथा कहीं-कहीं अत्यंत भारी बारिश की आशंका जताई गयी है जबकि शेष जिलों में भी कहीं—कहीं भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है.
महाराष्ट्र में बाढ़ के पानी के चलते लोग परेशान
महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में बाढ़ के पानी के कारण पहुंच से बाहर हुए सुदूर गांव में स्थानीय लोगों और अधिकारियों के प्रयास के जरिए 17 वर्षीय लड़के को बचा लिया गया, जो गंभीर रूप से बीमार था और उसे तत्काल चिकित्सा सहायता की आवश्यकता थी. स्थानीय ग्राम पंचायत, महाराष्ट्र वन विकास निगम (एमडीसीएम), पुलिस और जिला प्रशासन के संयुक्त प्रयास के जरिए शनिवार को तोहोगांव गांव के निवासी साहिल वाघड़े को बचा लिया गया. तोहोगांव गांव के पूर्व उप सरपंच फिरोज पठान ने कहा कि साहिल बुखार से पीड़ित था और स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उसका इलाज चल रहा था, लेकिन पिछले कुछ दिन में उसकी हालत बिगड़ती चली गई.