असम में बाढ़ (Assam Floods) का कहर जारी है, हालांकि, रविवार को स्थिति में कुछ सुधार हुआ और प्रभावित लोगों की संख्या घटकर 18.35 लाख हो गई, जो एक दिन पहले 22.17 लाख थी. वहीं, बाढ़ जनित घटनाओं में पांच और लोगों की मौत हो गई. एक आधिकारिक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई है. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) द्वारा जारी दैनिक बुलेटिन के अनुसार करीमगंज, लखीमपुर, नगांव और शिवसागर जिलों में विभिन्न स्थानों पर पांच लोगों की डूबने से मौत हो गई.
मरने वालों की संख्या बढ़कर 179 हुई
पूरे राज्य में इस साल बाढ़ और भूस्खलन के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 179 हो गई है. राज्य के 23 जिलों में बाढ़ से अब भी 18,35,500 से अधिक लोग प्रभावित हैं. कछार, बारपेटा, दरांग, डिब्रूगढ़, होजई, कामरूप, कामरूप मेट्रोपॉलिटन, करीमगंज, लखीमपुर, मोरीगांव, नगांव, नलबाड़ी और शिवसागर सबसे ज्यादा प्रभावित जिले हैं. कछार में अब भी 10.2 लोग बाढ़ का सामना कर रहे हैं.
वर्तमान में 1618 गांव बाढ़ से प्रभावित
एएसडीएमए ने बताया कि वर्तमान में 1618 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं और राज्य में 47,198.87 हेक्टेयर जमीन में लगी फसल को नुकसान हुआ है. सरकार 20 जिलों में 413 राहत शिविर और वितरण केंद्र संचालित कर रही है. इन शिविरों में 2,78,060 लोगों ने पनाह ले रखी है.
मणिपुर भूस्खलन हादसे में मरने वालों की संख्या 42 पर पहुंची
उधर, मणिपुर के नोनी जिले में एक रेलवे निर्माण स्थल पर भूस्खलन के कारण जान गंवाने वाले आठ और लोगों के शव बरामद किए गए, जिसके बाद इस हादसे में मरने वालों की संख्या रविवार को बढ़कर 42 हो गई जबकि 20 अन्य लापता लोगों के लिए तलाश अभियान जारी है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि टुपुल क्षेत्र में शनिवार से बारिश हो रही है और ताजा भूस्खलन से तलाश अभियान प्रभावित हुआ है.
गुवाहाटी में रविवार को एक रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि अब तक मलबे से 42 शव बरामद किए गए हैं, जिसमें से 27 प्रादेशिक सेना के कर्मी और 15 आम लोगों के शव हैं. उन्होंने कहा, ‘प्रादेशिक सेना के तीन लापता कर्मियों और 17 अन्य लोगों का पता लगाने का प्रयास जारी है.’ सेना, असम राइफल्स, प्रादेशिक सेना, एसडीआरएफ और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल तलाश अभियान में जुटे हैं.
(इनपुट-भाषा)