Assam Floods: असम में बाढ़ का कहर जारी है और इस वजह से लोगों की जीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है. हालात इस कदर खराब हो चुके हैं कि लोगों को हाइवे पर शरण लेने को मजबूर होना पड़ा है. समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, नागांव जिले में बाढ़ की वजह से उनके घरों के जलमग्न होने के बाद कई लोगों ने तटबंधों और हाइवे पर शरण ली हुई है. इन लोगों के घर बाढ़ (Flood in Assam) के पानी में डूब चुके हैं. ऐसे में इन्होंने हाइवे के किनारे टेंट डालकर रहना शुरू कर दिया है. राहा विधानसभा क्षेत्र के 155 गांवों के करीब 1.42 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.
नागांव जिले में राहत शिविर में ही बच्चे प्री-स्कूल गतिविधियों में हिस्सा ले रहे हैं. एकीकृत बाल विकास सेवा पर्यवेक्षक एनपी डोले ने एएनआई को बताया, ‘हम बच्चों को सुबह की प्रार्थना, फिजिकल एक्सरसाइज, पेंटिंग के साथ राहत शिविर (नागांव) में प्री-स्कूल गतिविधियों में भाग लेने को कह रहे हैं. केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने पहले इस शिविर का दौरा किया था.’ असम आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा है कि 28 जिलों में 33 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. 2.65 लाख से अधिक लोग 1,126 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं. बाढ़ से मरने वालों की संख्या 118 हो गई है.
#AssamFloods2022 | With more than 5.03 lakh affected people, many take shelter on embankments & highways as several areas under Assam's Nagaon district continue to remain inundated
Nearly 1.42 lakh people of 155 villages under the Raha Assembly constituency affected. (24.06) pic.twitter.com/t2XoNVWhOL
— ANI (@ANI) June 24, 2022
अगले कुछ दिनों में फिर से होगी बारिश
सिलचर शहर बाढ़ के पानी की वजह से जलमग्न हो गया है, जिससे वहां रहने वाले नागरिक फंस गए हैं. ताजा बारिश नहीं होने के बावजूद कुछ इलाके 5-8 फीट पानी में डूबे हुए हैं. अधिकारियों ने कहा कि ऐसा बेथुकंडी इलाके में स्थानीय लोगों द्वारा बराक नदी के तटबंध के एक हिस्से को नुकसान पहुंचाने के कारण हुआ. गुवाहाटी में भारत मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों ने अगले कुछ दिनों में पूर्वोत्तर के सभी राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश की भविष्यवाणी की है. वहीं, असम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड और मणिपुर में 28 जून तक अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है.
राष्ट्रीय आपदा राहत बल के जवान, राज्य आपदा राहत बल, दमकल विभाग और आपातकालीन कर्मियों, असम पुलिस और ‘आपदा मित्र’ के वॉलंटियर्स साथ मिलकर जिला प्रशासन को बचाव और राहत कार्यों में मदद कर रहे हैं. बाढ़ की वजह से यातायात भी प्रभावित हुआ है. कई जगह पर सड़के, हाइवे और रेल ट्रैक जलमग्न हो चुके हैं. हालांकि, हालात को सामान्य करने के लिए राहत एवं बचाव कार्य जारी है.