भारत समेत दुनियाभर में इन दिनों रमजान (Ramadan 2022) का महीना चल रहा है. इस्लाम धर्म के इस पवित्र महीने के 10 दिन पूरे हो चुके हैं. ऐसे में आज देशभर में 11वां रोजा रखा गया है. इस्लाम धर्म में रमजान महीने का महत्व बहुत अधिक होता है, क्योंकि इससे बरकतों का महीना कहा जाता है. इस पूरे महीने में इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग रोजा रखते हैं और ऊपर वाले की इबादत करते हैं. इसी कड़ी में आज सुबह के वक्त सहरी (Sehri Timings) खाकर 11वां रोजा रखा गया है. इसके बाद फजर की नमाज अदा की गई. वहीं, अब रोजेदारों को शाम का इंतजार है, जब वे इफ्तार (Iftar Timings) करने के साथ अपना रोजा खोलेंगे.
रमजान के इस पाक महीने में लोग खुद को बुरे कामों से बचाते हैं और अपना पूरा दिन इबादत में गुजार देते हैं. फजर से लेकर ईशा तक की नमाज अदा की जाती है. रमजान के महीने में मस्जिदों में खासा रौनक देखने को मिलती है, क्योंकि मस्जिदें नमाजियों से भर चुकी होती हैं. सभी नमाजियों के हाथ ऊपर वाले के आगे फैले होते हैं और वे अपनी-अपनी मुरादों और दुआओं को मांगते हैं. रमजान के महीने में ईशा की नमाज के बाद तरावीह की नमाज भी अदा की जाती है. तरावीह की नमाज में कुरान शरीफ की तिलावत की जाती है. हर किसी मस्जिद में तरावीह के दिन तय होते हैं. यही वजह है कि किसी जगह 11 दिनों में तरावीह की नमाज पूरी होती है, तो कहीं 27 दिन में.
जानें क्या है आपके शहर में सहरी और इफ्तार की टाइमिंग
शहर | तारीख | सहरी टाइमिंग | इफ्तार टाइमिंग |
दिल्ली | 13 अप्रैल 2022 | 04:36 AM | 06:48 PM |
हैदराबाद | 13 अप्रैल 2022 | 04:47 AM | 06:49 PM |
लखनऊ | 13 अप्रैल 2022 | 04:24 AM | 06:31 PM |
पटना | 13 अप्रैल 2022 | 04:09 AM | 06:13 PM |
मुंबई | 13 अप्रैल 2022 | 05:08 AM | 06:56 PM |
कोलकाता | 13 अप्रैल 2022 | 04:01 AM | 05:57 PM |
गर्मी ले रही रोजेदारों का इम्तिहान
रमजान महीने में रोजेदारों को पूरा दिन बिना खाना-पानी के रहना होता है. ऐसे में इन दिनों पड़ रही गर्मी रोजेदारों का कड़ा इम्तिहान लेती हुई नजर आ रही है. लेकिन दिल में ऊपर वाले की इबादत का जूनून गर्मी को पछाड़ता हुआ नजर आ रहा है और लोग बढ़-चढ़कर रोजा रख रहे हैं. हालांकि, गर्मी के मद्देनजर रोजेदारों से कहा जा रहा है कि वे अपने खाने और पीने में उन चीजों को शामिल करें, जिनसे शरीर में पानी की कमी से निपटा जा सके. इसके अलावा, उन्हें तली हुई चीजों से दूर रहने को भी कहा जा रहा है. रमजान का महीना पूरा होने पर ईद का त्योहार मनाया जाता है. इसे मीठी ईद या ईद उल फितर भी कहते हैं.