राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार (indresh kumar) ने देशवासियों को हिंदू नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि एकता में शक्ति है और यही देश की कामयाबी का मूलमंत्र है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM narendra modi) की तारीफ करते हुए वरिष्ठ संघ नेता ने कहा कि दुनिया ने देखा कि सनातनी हिंदू ही अंततः विश्वभर में काम आया. अलग-अलग जातियों, भाषाओं, पंथ और दलों के होने के बावजूद हम सब एक हैं क्योंकि सभी की जगत जननी भी एक है.
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार ने हिंदू नववर्ष के शुरू होने के उपलक्ष्य में हिंद सेना द्वारा 108 फुटा श्री संकट मोचन धाम में अखंड श्री रामायण पाठ शुरू किया. इंद्रेश कुमार ने सभी को हिंदू नववर्ष की बधाई देते हुए कहा कि हिंदू नववर्ष को अगले वर्ष और बड़े पैमाने पर मनाया जाएगा जिसमें सभी धर्मों के लोग सम्मलित होंगे. हिंदू नववर्ष सनातन धर्म की गौरवशाली परंपरा की शुरुआत है. हम सभी को मिलकर बड़े पैमाने पर इसे मनाना चाहिए. इसको लेकर समाज में जागरुकता पैदा करने की आवश्यकता जिससे लोगों में अंग्रेजी नववर्ष के प्रति होने वाले आकर्षण को कम किया जा सके.
एकता की शक्ति की उपासना होः इंद्रेश कुमार
संघ नेता ने इस अवसर को समय की जरूरत बताते हुए कहा कि एकता की शक्ति की उपासना हो और हम सब हर तरह की भेद से उठ कर हमेशा एक रहें. ऐसा भाव जन-जन में जागृत हो. छुआ-छूत खत्म हो. मजहबी कट्टरपन खत्म हो. नारियों का शोषण खत्म हो. जो गरीब हैं, पीड़ित हैं, कमज़ोर हैं निर्भीक हो कर सब उनकी मदद के लिए आगे बढ़ें ताकि उनके जीवन में भी खुशियां आएं. संघ नेता ने इस बात पर भी जोर दिया कि देश में कोई भूखा न रहे और न ही कोई नंगे बदन हो.
इंद्रेश कुमार ने कहा, ‘प्रभु से प्रार्थना करूंगा कि हम सब के बीच एकता की, भाईचारे की, सद्भावना की, आपसी सहमति मेल मिलाप की भावना स्थापित रहे ताकि शक्तियों का जन्म हो, हम सब एक और नेक बने रहें. संघ नेता ने कहा जब पूरी दुनिया में चीन द्वारा फैलाए गए कोरोना से हाहाकार मचा था तब भारत ने दुनिया को न सिर्फ मुफ्त वैक्सीन और दवाएं दीं बल्कि अनेक देशों में जरूरत का समान भेजा. इस मौके पर संघ के दिल्ली प्रांत कार्यकारिणी सदस्य दयानंद, हिंद सेना के प्रमुख अनुज गुप्ता, संगठन महामंत्री माला, नंदकिशोर गर्ग, सरला सिंह, प्रवेश खन्ना, राजेश गोयल, जयभगवान गोयल, मुकेश विराट, रोशन सिंह और निमेश समेत हिंद सेना के विभिन्न पदाधिकारी मौजूद थे. मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की तरफ से मीडिया प्रभारी शाहिद सईद और मोइन खान इस कार्यक्रम में शामिल हुए.
कोरोना के लिए चीन ने नहीं मांगी माफीः इंद्रेश कुमार
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक इंद्रेश कुमार ने कहा कि कोविड-19 को भी हमने देखा जिसका साइंटिफिक नाम कोरोना था. यह चीन में बना, चीनियों ने बनाया और फैलाया. वायरस पैदा कर चीन इस महामारी से दुनिया के 60 लाख से अधिक लोगों को खा गया. करोड़ों को बीमार व बेरोजगार बनाया चीन ने अपनी विनाशकारी हरकत से लेकिन उसने दुनिया से माफी भी नहीं मांगी. परंतु ऐसे समय में जब विश्वभर में लोगों में डर और चिंता थी, हर तरफ हाहाकार मचा था तो दुनिया की मदद के लिए अमेरिका, रूस, इंग्लैंड, जापान, जर्मनी, अरब या तुर्की जैसे देश आगे नहीं आए. ऐसे समय में पूरी मानव जाति और इंसानियत को किसी ने बचाया था, तो वो था भारत.
उन्होंने कहा कि दुनिया जानती है कि सारे मानव और मानव की रक्षा किसी ने की तो वो थी बीजेपी की आज की सरकार और उसका नेतृत्व कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. यह एक सत्य है और कोई इससे इंकार नहीं कर सकता कि यह हिंद, हिंदू और हिंदुत्व यानी सनातन ही मानव और मानवता का रक्षक बन कर उभरा.
भारत ने आयुर्वेद एवं यूनानी से औषधियां दीं, योग और प्राकृतिक चिकित्सा से मार्ग दिखाया, लॉकडाउन जैसा एक हथियार दिया. और अंततोगत्वा जब सारी दुनिया निराशा की ओर बढ़ रही थी, लोगों में भय बढ़ता जा रहा था तो भारत ने वैक्सीन की उत्पत्ति की. भारत चाहता तो अरबों खरबों रुपये का व्यवसाय कर सकता था परंतु भारत की सनातन संस्कृति ने प्राणियों में सद्भावना और मानव कल्याण किया है.
भारत ने सुंदर इतिहास की रचना कीः इंद्रेश कुमार
यही कारण है कि भारत ने इस सदी के अंदर बता दिया की अगर विश्व में शांति आएगी, समृद्धि आएगी, सम्मान आएगा, स्वतंत्रता की रक्षा होगी, हर गरीब को सहारा मिलेगा तो ये शक्ति हिंद, हिंदू और हिंदुत्व में ही थी, है और सदा रहेगी. भारत ने एक सुंदर इतिहास की रचना की है, इसको कहना ही धर्म है, इसमें संकोच करना अधर्म है.
इंद्रेश कुमार ने कहा कि एक तरफ दल लगे थे कि वैक्सिन से नपुंसकता होगी, बांझपन होगा. कुछ दल तो मानव की मृत्यु हो जाएगी इसकी राजनीति कर रहे थे. परंतु सनातन धर्म मानव की रक्षा के धर्म पर चल रहा था. उन्होंने कहा कि कुछ दल तो ऐसे थे जो अपने राज्यों से मजदूरों कामगारों और किसानों को जबरन भगा रहे थे कि उत्तर प्रदेश और बिहार में उन मासूमों की मौत हो तो फिर राजनीति की जाए. परंतु बीजेपी सरकार इस बात की चिंता में लगी रही कि हर किसी को राशन और रोटी पहुंचाई जाए. और सरकार इसी काम में लगी थी कि किसी तरह जन जन को बचाया जा सके. इन सब बातों ने 21वीं सदी में फिर से प्रमाणित किया है की जो सेवा और राजधर्म करेगा उसका ही सम्मान होगा, वही जनता के हमदर्द के रूप में जाना जाएगा.
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