कर्नाटक (Karnataka) के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) ने यूक्रेन (Ukraine) में गोलाबारी में मारे गए नवीन शेखरप्पा के पार्थिव शरीर को वापस लाने के प्रयास के लिए पीएम नरेंद्र मोदी का आभार जताया है. खारकीव ‘नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी’ में मेडिकल के अंतिम वर्ष के छात्र नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर (Naveen Shekharappa) की एक मार्च को रूस (Russia) की गोलाबारी में मौत हो गई थी.
पीएम मोदी को लिखे एक पत्र में CM बोम्मई ने लिखा, ‘मैं यूक्रेन युद्ध के दौरान खार्किव में मारे गए नवीन शेखरप्पा के पार्थिव शरीर को वापस लाने के लिए अपका आभार व्यक्त करता हूं.’ उन्होंने कहा, ‘पीएम मोदी (PM Narendra Modi) के प्रयासों की वजह से नवीन शेखरप्पा का पार्थिव शरीर सोमवार को बेंगलुरु आ रहा है. उनके पार्थिव शरीर के भारत आने की खबर को कमलाका में सभी ने सराहा है जो असंभव लग रहा था.’
Hon’ble @narendramodi ji with your efforts the mortal remains of Naveen Shekharappa Gyangoudar is reaching Bengaluru at 2:45 am on Monday.
Myself and people of Karantaka are grateful to your deep concern. pic.twitter.com/ULq8iQMnU4
— Basavaraj S Bommai (@BSBommai) March 20, 2022
जरूरी सामान लेने घर से निकला था नवीन
सीएम ने अपने पत्र के समापन में लिखा, ‘मैं एक बार फिर नवीन के माता-पिता और कर्नाटक के लोगों की ओर से आपकी फिक्र के लिए धन्यवाद देता हूं. हजारों छात्रों को देश वापस लाने के लिए भी मैं आपका आभार व्यक्त करना चाहता हूं.’ नवीन कर्नाटक के हावेरी जिले के रानेबेन्नूर तालुक के चलगेरी गांव के निवासी थे. सूत्रों के मुताबिक, खारकीव शहर में नवीन की उस समय मौत हो गई थी जब वह खाने-पीने का सामान और पैसे लेने के लिए बंकर से बाहर निकले थे.
इससे पहले, शुक्रवार को मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई ने कहा था कि यूक्रेन में एक मार्च को गोलाबारी में मारे गए नवीन का शव सोमवार को यहां लाया जाएगा. मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए कहा था, ‘यूक्रेन में हाल ही में रूसी गोलाबारी में मारे गए नवीन शेखरप्पा का पार्थिव शरीर सोमवार को तड़के तीन बजे बेंगलुरु लाया जाएगा.’ बता दें कि मुख्यमंत्री ने नवीन शेखरप्पा के परिवार को 25 लाख रुपये का चेक मुआवजे के तौर पर सौंपा है. इसके अलावा, उन्होंने परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का भी वादा किया है.
मेडिकल रिसर्च के लिए शरीर दान करने का फैसला
इस बीच, नवीन के माता-पिता ने अपने बेटे के शरीर को मेडिकल रिसर्च के लिए दान करने का फैसला किया है. नवीन के पिता शंकरप्पा ने कहा, ‘मेरा बेटा मेडिकल के क्षेत्र में बहुत कुछ हासिल करना चाहता था, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. हालांकि उसके शरीर का इस्तेमाल मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्र रिसर्च के लिए कर सकें. इसके लिए हमने उसका शरीर दान करने का फैसला किया है.’