रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) मंगलवार को लोकसभा में सुबह 11 बजे पाकिस्तान पर ‘अनजाने में मिसाइल दागने’ वाले मामले में बयान देंगे. वहीं विदेश मंत्री एस. जयशंकर (External Affairs Minister S Jaishankar) दोपहर करीब 2:30 बजे यूक्रेन (Ukraine) के हालात पर बयान देंगे. इससे पहले शुक्रवार को भारत सरकार ने कहा था कि दो दिन पहले ‘दुर्घटनावश’ उससे मिसाइल चल गई थी, जो पाकिस्तान में जा गिरी थी और नियमित रखरखाव के दौरान तकनीकी गड़बड़ी से हुई यह घटना ‘बेहद अफसोसजनक’ है.
पाकिस्तान की तरफ से कहा गया था कि नौ मार्च को एक हथियार रहित भारतीय सुपरसोनिक मिसाइल पाकिस्तानी क्षेत्र में चली गई थी. इस मिसाइल के लाहौर से 275 किलोमीटर दूर मियां चन्नू के पास एक कोल्ड स्टोर पर गिरने से पहले कई एयरलाइनों के लिए बड़ा खतरा पैदा हो गया था. हालांकि मिसाइल के गिरने से पाकिस्तान में किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है. पाकिस्तान इस मामले में बार-बार नाराजगी जाहिर कर रहा है. हालांकि भारत ने भी कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया है.
इमरान खान ने क्या कहा?
इस मामले में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को कहा था कि पाकिस्तान अपने पंजाब प्रांत में भारतीय मिसाइल के गिरने पर भारत को जवाब दे सकता था, लेकिन इसने संयम दिखाया. इस मामले पर पहली बार अपनी प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हम भारतीय मिसाइल के मियां चन्नू में गिरने के बाद जवाब दे सकते थे, लेकिन हमने संयम दिखाया.’
संयुक्त जांच की मांग की
इससे पहले पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने शनिवार को कहा था कि वह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में दुर्घटनावश एक मिसाइल दागने के भारत के सरल स्पष्टीकरण से संतुष्ट नहीं है और उसने संयुक्त जांच की मांग की थी. पाकिस्तान के विदेश कार्यालय (एफओ) ने कहा कि पाकिस्तान ने नई दिल्ली को तथ्यों को स्थापित करने के लिए इस घटना की संयुक्त जांच का प्रस्ताव दिया है क्योंकि मिसाइल पाकिस्तानी क्षेत्र में गिरी थी. एफओ ने कहा कि भारत मिसाइल के दुर्घटनावश प्रक्षेपण की तुरंत जानकारी देने में नाकाम रहा है. एफओ ने मिसाइल और इस तरह की घटनाओं के खिलाफ भारत के सुरक्षा उपायों को लेकर भी सवाल उठाए.
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