असम (Assam) के 80 नगर निकायों के 977 वार्ड में चुनाव (Assam Municipal polls) के लिए रविवार को मतदान जारी है. राज्य निर्वाचन आयोग के सूत्रों ने यह जानकारी दी है. इन चुनावों के पीठासीन अधिकारी चंदन कलिता ने बताया है कि वोटिंग आज सुबह 8 बजे शुरू हो गई है. उन्होंने बताया कि राज्य के निकाय चुनाव के इतिहास में पहली बार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) का इस्तेमाल किया जा रहा है. सूत्रों ने कहा कि इस चुनाव में 2,532 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. भाजपा ने सबसे ज्यादा 825, कांग्रेस ने 706 और असम गण परिषद (एजीपी) ने 243 प्रत्याशी खड़े किए हैं.
इसके अलावा ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फंट ने 17 और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने 14 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, साथ ही कई निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में हैं. भाजपा और असम गण परिषद के उम्मीदवार पहले ही 60 सीटों पर निर्विरोध चुने गए हैं. इन चुनावों के लिए कुल मतदाताओं की संख्या 16,73,899 है, जिसमें 8,32,348 पुरुष, 8,41,534 महिलाएं तथा 17 किन्नर (ट्रांसजेंडर) हैं.
9 मार्च को होगी मतगणना
सूत्रों ने कहा कि राज्य के 24 जिलों में चुनाव कराए जाएंगे. इसकी मतगणना नौ मार्च को होगी. बताया गया है कि मतदान के दिन और मतगणना के दिन 20,000-25,000 सरकारी अधिकारी ड्यूटी पर होंगे. साथ ही 14 फरवरी से मतगणना के दौरान 33 मतदान पर्यवेक्षकों को तैनात किया गया है. नगर निकाय चुनाव के लिए प्रचार काफी तेज गति से चल रहा था और पार्टियों और उम्मीदवारों ने मतदाताओं को लुभाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी. पार्टियों ने मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए कई तरीकों का इस्तेमाल किया, जिसमें खास गीतों पर थिरकने, लोकप्रिय फिल्मों और नाटकों के संवादों को सुनाना शामिल है.
कांग्रेस ने अपनाया है असम मॉडल
मणिपुर विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए कांग्रेस ने असम मॉडल अपनाया है. पार्टी ने 5 दलों के साथ गठबंधन किया है, जिसमें लेफ्ट भी शामिल है. इसमें सीपीआई, सीपीआईएम, आरएसपी, फॉरवर्ड ब्लॉक और जनता दल सेक्युलर शामिल है. पिछले साल असम में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 10 पार्टियों के साथ गठबंधन किया था. हालांकि ये प्रयोग सफल नहीं रहा था और गठबंधन 126 में से 50 सीट जीतने में ही सफल हो पाया था. इस बार पार्टी को उम्मीद है कि वह बीजेपी को चुनौती दे सकती है. इसे मणिपुर के लिए ‘खुशी का दिन’ बताते हुए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कांग्रेस के ओकराम इबोबी सिंह ने कहा, ‘यह गठबंधन विधानसभा चुनावों के लिए बनाया गया है. हम छह समान विचारधारा वाले धर्मनिरपेक्ष दल चुनाव लड़ने के लिए एक साथ आए हैं.’
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