गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर (Utpal Parrikar) ने बीजेपी से टिकट नहीं मिलने के बाद पणजी निर्वाचन क्षेत्र से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में आगामी गोवा चुनाव (Goa Assembly Election 2022) लड़ने का फैसला किया है. हालांकि बीजेपी (BJP) लगातार उत्पल पर्रिकर को मनाने का प्रयास कर रही है, ताकि वो निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने के अपने फैसले को बदल लें. लेकिन उत्पल अपने फैसले पर अड़े हुए हैं. उन्होंने शनिवार को अपने एक बयान में कहा कि पणजी सीट पर उनका रुख एक ‘सैद्धांतिक रुख’ है.
वहीं, बीजेपी ने उत्पल से अपने फैसले पर दोबारा सोचने को कहा है. बीजेपी महासचिव सीटी रवि (BJP General Secretary CT Ravi) ने कहा, ‘मनोहर पर्रिकर (Manohar Parrikar) जी ने हमेशा बीजेपी की जीत के लिए काम किया है. मैं उनके बेटे उत्पल पर्रिकर से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने और अपने पिता के सपने को पूरा करने की अपील करता हूं. बीजेपी ही लोगों को स्थिर सरकार दे सकती है.’ उन्होंने आगे कहा, ‘गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) 30 जनवरी को गोवा आएंगे.’
Goa | Manohar Parrikar ji has always worked for BJP’s win. I request his son Utpal Parrikar to reconsider his decision & fulfil his father’s dream. Only BJP can give people a stable govt. Home Minister Amit Shah will visit here on Jan 30: BJP General Secretary C T Ravi pic.twitter.com/dDOAIgAUrV
— ANI (@ANI) January 23, 2022
बीजेपी कर रही उत्पल पर्रिकर को मनाने की कोशिश
सीटी रवि ने शनिवार को अपने एक बयान में कहा, ‘हमने उत्पल पर्रिकर से बात की और उनसे 3-4 निर्वाचन क्षेत्रों के बारे में पूछा और उन्हें विकल्प भी दिया. लेकिन उन्होंने सभी को नकार दिया. हम उन्हें अब भी निर्दलीय के रूप में चुनाव नहीं लड़ने के लिए मनाने की कोशिश करेंगे.’ सीटी रवि ने कहा. ‘बीजेपी के पास मनोहर पर्रिकर की विरासत है. उन्होंने एक मजबूत बीजेपी का सपना देखा था और चाहते थे कि बीजेपी सत्ता में वापस आए. यहां तक कि उनके बेटे को भी बीजेपी के साथ रहना चाहिए और अपने पिता के सपनों को पूरा करना चाहिए. हम आखिरी मिनट तक कोशिश करेंगे.’
निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला
इस बीच, उत्पल ने कहा, ‘पणजी पर मेरा स्टैंड एक सैद्धांतिक रुख है. मैंने कहा था कि अगर पार्टी पणजी से ईमानदार और बिना किसी आपराधिक रिकॉर्ड के ईमानदार उम्मीदवार उतारती है, तो मैं (निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में) नाम वापस लेने के लिए तैयार हूं.’ गौरतलब है कि उत्पल पर्रिकर ने शुक्रवार को बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. इससे पहले, उन्होंने ऐलान किया था कि वो पणजी निर्वाचन (Panaji Constituency) क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार (Independent Candidate) के रूप में चुनाव लड़ेंगे. दरअसल, बीजेपी ने उन्हें पणजी सीट से टिकट नहीं दिया, जिसके बाद से ही उनकी पार्टी के साथ ठनी हुई है. गोवा के दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय राजनीति में शालीनता और सादगी की मिसाल रहे मनोहर पर्रिकर पणजी सीट से चुनाव जीतकर गोवा विधानसभा पहुंचते रहे हैं.