भारत में गुरुवार शाम को कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के एक लाख से ज्यादा नए मामले सामने आए. जिसके बाद देश में कोविड-19 के एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 3 लाख से ज्यादा हो गई. कई राज्यों में संक्रमण के मामलों में एकाएक तेजी देखी जा रही है. आज से ठीक 8 दिन पहले जहां संक्रमण के मामलों ने 10 हजार का आंकड़ा पार ही किया था, वहीं, आज कोविड मरीजों की संख्या 1 लाख के पार यानी 1,17,100 हो गई है. तेजी से बढ़ते कोविड मामलों के लिए कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron Variant) जिम्मेदार है.
भारत में आखिरी बार कोरोना संक्रमण के 1 लाख नए मामले 214 दिन पहले यानी पिछले साल (2021) 6 जून को सामने आए थे. तब देश महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा था. टीओआई के कोविड डेटाबेस के मुताबिक, गुरुवार शाम तक संक्रमण के 1,16,964 नए केस दर्ज किए गए. जबकि बुधवार को यह आंकड़ा 90,889 के आसपास था. भारत में कोरोना की पहली लहर के दौरान संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या 10,000 से 1 लाख तक पहुंचने में 103 दिन लगे थे.
पांच गुना तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामले
जबकि दूसरी लहर के दौरान 47 दिन लगे थे. कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर पिछले साल आई दूसरी लहर की तुलना में पांच गुना तेजी से बढ़ रही है. संक्रमण के विस्तार का दौर 28 दिसंबर से शुरू हुआ था. मात्र 10 दिनों में भारी उछाल के साथ आंकड़ा 1 लाख के पार हो गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में पिछले 24 घंटों के दौरान 1,17,100 नए कोविड केस सामने आए है.
कोरोना विस्फोट का कारण बने ये राज्य
कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave) देश में कैसे आई, इसे ऐसे समझ सकते हैं. पिछले नौ दिन में कोरोना मरीजों की संख्या दस गुना बढ़ी है. 28 दिसंबर 2021 को देश में 9195 नए केस रिकॉर्ड किए गए, लेकिन कल ये संख्या 1 लाख से ज्यादा पहुंच गई. कोरोना के इस विस्फोट की वजह वो शहर बने हैं जहां एक हफ्ते में पॉजिटिविटी रेट डबल डिजिट में पहुंच गई है. इनमें दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, पुणे, बेंगलुरु, चेन्नई और गुरुग्राम जैसे बड़े पॉपुलेशन डेंसिटी वाले शहर शामिल हैं.
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