Punjab Government on PM Security Breach Incident: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक के मामले में राजनीति गरमा गई है. केंद्र सरकार के सभी आरोपों को पंजाब सरकार ने नकार दिया है. अब पंजाब के मंत्री राजकुमार वेरका ने पुलिस का बचाव किया है, साथ ही एसपीजी और बीएसएफ को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा, ‘पंजाब में 50 किमी सीमा क्षेत्र बीएसएफ के नियंत्रण में है, इसलिए वो क्षेत्र बीएसएफ के नियंत्रण में था. रोडमैप एसपीजी (SPG) ने तैयार किया था ना कि पंजाब पुलिस ने. उनके कार्यक्रम में भीड़ नहीं थी. जब पीएम को यह पता चला तो उन्होंने वापस लौटने का फैसला लिया.’
पंजाब से कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने ट्वीट कर कहा है, ‘पंजाब के बेटे, मां और बहनें एक साल से अधिक समय तक ठंड, बरसात और हवा के मौसम में दिल्ली की सीमाओं पर बैठे रहे (Farmers Protest in Delhi). आज भगवान ने पंजाब (PM in Punjab) आगमन पर मोदी और बीजेपी कार्यकर्ताओं को उन परिस्थितियों का छोटा सा ट्रेलर दिखाया है. जैसे-जैसे ही वे पंजाब की ओर बढ़ेंगे, भगवान उन्हें दंडित करेंगे.’ इसी मसले पर उन्होंने कई और ट्वीट भी किए.
‘खाली स्टॉल बीजेपी के लिए संदेश’
रवनीत सिंह बिट्टू (Ravneet Singh Bittu) ने अपने दूसरे ट्वीट में कहा, ‘आज जिस तरह से घटनाएं सामने आई हैं, उससे गहरा दुख हुआ. प्रधानमंत्री को पूरी सुरक्षा के साथ उनके गंतव्य स्थान तक ले जाया जाना चाहिए था और रैली को संबोधित करने की अनुमति दी जानी चाहिए थी. वहां के खाली स्टॉल बीजेपी के लिए एक स्पष्ट राजनीतिक संदेश होते.’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘किसान खुद केंद्र के साथ बैठकर लंबित मामलों को सुलझाने पर सहमत हो गए हैं. तो फिर पंजाब की सड़कें अब भी क्यों रोकी जा रही हैं जबकि वे सभी बातचीत कर रहे हैं.’
क्या है सुरक्षा में चूक का पूरा मामला?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को पंजाब के फिरोजपुर जा रहे थे. यहां उन्हें विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखनी थी. वैसे तो प्रधानमंत्री को हेलिकॉप्टर से कार्यक्रम स्थल तक ले जाया जाना था लेकिन खराब मौसम के कारण सड़क के रास्ते ले जाने का फैसला हुआ (PM Modi Security Breach Matter). गंतव्य स्थल से कुछ दूरी पर किसान धरना दे रहे थे. उन्होंने सड़क को ब्लॉक किया हुआ था. जिसके चलते पीएम के काफिले को 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर ही रुकना पड़ा. रास्ता बंद होने की स्थिति में उनका काफिला आगे नहीं बढ़ सका. जिसके बाद पीएम को रैली रद्द कर वापस लौटना पड़ा.
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